ब्रिटेन के विंडसर कैसल में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दौरे से ठीक पहले एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया, जब विरोध प्रदर्शन के दौरान ट्रम्प और यौन अपराधी जेफ्री एपस्टीन की तस्वीरें कैसल की दीवारों पर प्रोजेक्ट कर दी गईं। यह घटना सोमवार देर रात हुई, जब प्रदर्शनकारियों ने एक बड़े प्रोजेक्टर की मदद से इन तस्वीरों को ऐतिहासिक कैसल की ऊँची दीवारों और टावरों पर दिखाया। पुलिस के अनुसार, यह घटना पूरी तरह से बिना अनुमति के की गई थी और इसे सार्वजनिक शांति भंग करने तथा “malicious communication” की श्रेणी में माना गया है।
प्रदर्शनकारियों ने इस कदम के जरिए ट्रम्प और एपस्टीन के विवादास्पद रिश्तों पर सवाल उठाने की कोशिश की। जैसे ही यह प्रोजेक्शन शुरू हुआ, वहां मौजूद सुरक्षा अधिकारियों और पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उपकरण जब्त कर लिए और चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। थेम्स वैली पुलिस विभाग की चीफसुपरिंटेंडेंट फेलिसिटी पार्कर ने बयान जारी कर कहा कि विंडसर कैसल जैसे ऐतिहासिक और उच्च सुरक्षा क्षेत्र में इस तरह की किसी भी गतिविधि को बेहद गंभीरता से लिया जाता है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गिरफ्तार व्यक्तियों से पूछताछ जारी है और उनके खिलाफ कानूनी प्रावधानों के तहत केस दर्ज किया गया है।
यह घटना उस समय हुई जब ट्रम्प ब्रिटेन के अपने राज्य दौरे की शुरुआत करने वाले थे, जो सामान्यतः शाही परिवार और ब्रिटिश सरकार के साथ भव्य स्वागत समारोह के साथ आयोजित होता है। इस घटना ने ट्रम्प के दौरे की शुरुआत से पहले ही राजनीतिक और सुरक्षा हलकों में हलचल मचा दी है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अब यह भी जांच कर रही हैं कि प्रदर्शनकारियों को प्रोजेक्शन की अनुमति कैसे मिली और वे विंडसर कैसल के पास इतने बड़े उपकरण के साथ कैसे पहुंच पाए। इस विवाद ने न केवल ट्रम्प के दौरे पर बल्कि सार्वजनिक स्थलों और ऐतिहासिक धरोहरों की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे