राजस्थान के अजमेर से एक बेहद दुखद घटना सामने आई है जहाँ एक महिला ने अपनी 3 साल की बेटी को सुला कर, झुल्लमाना (lullaby) गा कर, आश्चर्यजनक तरीके से उसे एना सागर झील में फेंक दिया। इस मामले में महिला, जिसका नाम अंजलि है, गिरफ्तार कर ली गई है। पुलिस और प्रारंभिक जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।अंजलि ने पहले अपनी बेटी काव्या को लोरी सुनाई और सोने के बहाने झील की ओर एक टहलने के लिए निकली। झलकती सीसीटीवी फुटेज में अंजलि को अपनी बेटी को बाहों में लेके झील के किनारे चलते देखा गया है। बाद में उसने यह कहना शुरू किया कि बच्ची अचानक रास्ते में गायब हो गई है। लेकिन पुलिस ने यह बात तुरंत स्वीकार नहीं की।
घटना की पृष्ठभूमि में बताया गया है कि अंजलि को अक्सर उसके लिव-इन पार्टनर, अलकेश, द्वारा ताने सुनने पड़ते थे क्योंकि उसने पहली शादी से एक बेटी की माँ बनने के बाद फिर से बेटे की उम्मीद रखी थी। अंजलि बनारस जिले के सकुलपुरा की मूल निवासी है और वह अभी अजमेर के दत्तनगर इलाके में अपनी बेटी और लिव-इन पार्टनर के साथ रहती थी। दोनों ही एक होटल में काम करते हैं, जहाँ अंजलि रिसेप्शनिस्ट और अलकेश भी होटल कर्मी हैं।
सीसीटीवी फुटेज, पुलिस-पिछाड़ ट्रेनिंग और बयानाबाजी के बाद, बच्ची का शव बुधवार सुबह एना सागर झील से बरामद किया गया। अंजलि ने पुलिस पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने ही अपनी बेटी को झील में फेंक दिया था। इस मामले में, क्रिश्चियन गंज पुलिस स्टेशन में हत्या का मामला दर्ज हुआ है और यह भी जांच की जा रही है कि उसके साथी अलकेश की इस घटना में कोई भूमिका थी कि नहीं।
यह घटना न केवल एक संज्ञानात्मक अपराध है बल्कि लैंगिक असमानता, परिवारिक दबाव और समाज में बच्चों के प्रति गलत मानसिकता को भी उजागर करती है। पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई और CCTV कैमरों का इस्तेमाल इस तरह के मामलों में घटना की सत्यता उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे