उत्तराखंड सरकार ने राज्य के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाने के लिए नौ मोबाइल मेडिकल यूनिट (MMUs) शुरू की हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नागला तराई, खटीमा से इन वाहनों का उद्घाटन किया। यह पहल द हंस फाउंडेशन, हिंदुस्तान ज़िंक और मातृ संस्थान (Mamta) के सहयोग से पब्लिक–प्राइवेट साझेदारी के तहत संचालित की जा रही है।
इन नौ यूनिटों में से आठ वाहन द हंस फाउंडेशन द्वारा दिए गए हैं, जबकि एक वाहन हिंदुस्तान ज़िंक और मातृ संस्थान के संयुक्त योगदान से है। इन मोबाइल मेडिकल यूनिटों का मुख्य उद्देश्य उन इलाकों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है, जहाँ लोग अस्पताल या क्लिनिक तक आसानी से नहीं पहुँच पाते।
यूनिटों में डॉक्टर, नर्स और काउंसलर तैनात होंगे, जो जांच, परामर्श और बुनियादी उपचार सेवाएं प्रदान करेंगे। चार यूनिटें उधम सिंह नगर और चार यूनिटें नैनीताल जिले में तैनात की जाएंगी, ताकि गढ़पुर, किशना और अन्य दूरदराज़ गांवों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुँच सकें।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे