पूर्वी हिमालय में अचानक आए तूफानी मौसम ने भारी तबाही मचाई है। नेपाल में शुक्रवार से हो रही तेज बारिश और अचानक आई बाढ़ के कारण कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई है। इल्लम जिले में हालात सबसे खराब हैं, जहां भूस्खलन के कारण 37 लोग मारे गए और पांच लोग अब भी लापता हैं। स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है और हवाई मार्ग से प्रभावित क्षेत्रों तक राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
भारत में पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग क्षेत्र में भी भारी नुकसान हुआ है। 12 घंटों में 300 मिमी से अधिक बारिश होने के कारण दो लोहे के पुल धराशायी हो गए और दार्जिलिंग, कालिम्पोंग व जलपाईगुड़ी जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गई। इस आपदा में कम से कम 17 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रभावित परिवारों की मदद के लिए हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
इसके अलावा, माउंट एवरेस्ट के तिब्बती हिस्से में शुक्रवार की शाम से शुरू हुई बर्फबारी के कारण लगभग 1,000 लोग फंसे हुए हैं। स्थानीय ग्रामीण और बचाव दल रास्तों को खोलने और फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के प्रयास में जुटे हुए हैं।
मौसम विभाग ने हिमालयी क्षेत्रों में और अधिक भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी जारी की है। राहत और बचाव कार्य लगातार जारी हैं, और अधिकारियों का कहना है कि मौसम में सुधार के बाद ही पूरी तरह से राहत कार्यों को गति दी जा सकेगी। लोगों से भी आग्रह किया गया है कि वे खतरे वाले क्षेत्रों में जाने से बचें और बचाव दल के निर्देशों का पालन करें।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे