पुलिस ने अब तक इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और मामले की जांच जारी है। पीड़िता को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। उसने पुलिस के सामने अपना बयान दर्ज कराया है।
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने भी इस मामले का संज्ञान लेते हुए पश्चिम बंगाल पुलिस से पांच दिनों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। आयोग की चार सदस्यीय टीम दुर्गापुर पहुंचकर जांच की निगरानी कर रही है।
पीड़िता के परिवार ने अपने एफआईआर में उस मित्र और उसके कुछ साथियों के नाम शामिल किए हैं, हालांकि सभी की पहचान अभी नहीं हो सकी है। इस घटना के बाद मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने प्रशासन के खिलाफ कैंपस में प्रदर्शन किया, आरोप लगाते हुए कि कॉलेज प्रबंधन ने सुरक्षा के प्रति लापरवाही दिखाई।
इस मामले पर ओडिशा और बंगाल की राजनीति भी गर्मा गई है। ओडिशा के मुख्यमंत्री ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कठोर कार्रवाई की मांग की है, जबकि विपक्ष ने निष्पक्ष जांच की अपील की है।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे