तमिलनाडु सरकार ने स्रेसन फार्मा का उत्पादन लाइसेंस रद्द कर दिया है, जिस कंपनी के कफ सिरप कॉल्ड्रिफ (Coldrif) से मध्य प्रदेश में 22 बच्चों की मौत हुई थी। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, कंपनी का उत्पादन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है और इसके मालिकों को जवाबदेही के लिए नोटिस जारी किए गए हैं।
जांच में पता चला कि इस कफ सिरप में डाइएथिलीन ग्लाइकोल (DEG) का स्तर 48.6 प्रतिशत था, जो अनुमति सीमा से लगभग 486 गुना अधिक है। इससे बच्चों की मौत का कारण गंभीर विषाक्तता बताया जा रहा है। इस कड़ी में तमिलनाडु सरकार ने पहले ही “उत्पादन बंद करें” का आदेश जारी किया था और कंपनी के मालिक जी. रंगनाथन तथा विश्लेषक के. महेश्वरी को नोटिस भेजा था।
मध्य प्रदेश की एसआईटी ने स्रेसन फार्मा के मालिक को उनके चेन्नई स्थित आवास से गिरफ्तार किया। इसके अलावा, राज्य सरकार ने कांचिपुरम जिले में पिछले दो वर्षों में कंपनी के निरीक्षण में लापरवाही बरतने वाले दो वरिष्ठ ड्रग इंस्पेक्टरों को निलंबित कर दिया है।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे