अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने पाकिस्तान के उस आरोप को सख़्ती से खारिज किया है जिसमें कहा गया था कि तालिबान भारत के लिए “प्रॉक्सी वॉर” (प्रतिनिधि युद्ध) लड़ रहा है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने हाल ही में दावा किया था कि भारत तालिबान को सहयोग दे रहा है और अफगानिस्तान की ज़मीन का इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ हमले करवाने के लिए किया जा रहा है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अफगानिस्तान के कार्यवाहक रक्षा मंत्री मावलवी मोहम्मद याकूब मुजाहिद ने बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के आरोप “बेबुनियाद, तर्कहीन और अस्वीकार्य” हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस्लामी अमीरात अफगानिस्तान किसी भी देश के खिलाफ अपनी भूमि का उपयोग नहीं होने देगा। मुजाहिद ने कहा कि काबुल की विदेश नीति पूरी तरह अफगानिस्तान के राष्ट्रीय हितों पर आधारित है और किसी बाहरी देश के प्रभाव में नहीं है।
तालिबान ने यह भी कहा कि वह पाकिस्तान के साथ “अच्छे पड़ोसी संबंध” बनाए रखना चाहता है, वहीं भारत के साथ भी स्वतंत्र और सकारात्मक संबंध विकसित करना चाहता है — विशेष रूप से व्यापार, मानवीय सहायता और क्षेत्रीय स्थिरता के क्षेत्र में।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे