अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी ने उन खबरों का पूरी तरह खंडन किया है, जिसमें यह दावा किया गया था कि उनके पति राज कुंद्रा ने उन्हें ₹15 करोड़ हस्तांतरित किए हैं। यह मामला मुंबई की इकोनॉमिक ऑफ़ेंस विंग (EOW) द्वारा जांच के अधीन एक धोखाधड़ी से जुड़ा हुआ है। शेट्टी की कानूनी टीम ने शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि ये रिपोर्टें "पूर्णतः फर्जी और भ्रामक" हैं।
बयान में यह भी बताया गया कि शिल्पा शेट्टी ने बॉम्बे हाईकोर्ट में इस "मानहानि अभियान" के खिलाफ राहत की मांग की है। इसके अलावा, कानूनी टीम ने उन मीडिया संस्थानों के खिलाफ आपराधिक और दीवानी कार्रवाई की योजना की भी घोषणा की है, जिन्होंने इन झूठी खबरों का प्रसारण किया।
यह विवाद ₹60 करोड़ की धोखाधड़ी से जुड़ी जांच से उत्पन्न हुआ है, जिसमें राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी पर आरोप है कि उन्होंने व्यापारी दीपक कोठारी को लोन-इनवेस्टमेंट डील में धोखा दिया। इस मामले में कुंद्रा ने दावा किया कि ₹60 करोड़ का एक हिस्सा अभिनेत्री बिपाशा बासु, नेहा धुपिया और निर्माता एकता कपूर को पेशेवर शुल्क के रूप में दिया गया।
शिल्पा शेट्टी की कानूनी टीम ने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी ऐसा कोई धन प्राप्त नहीं किया और वे झूठी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। टीम ने यह भी दोहराया कि शेट्टी जांच एजेंसियों के साथ पूरी तरह सहयोग करने के लिए तैयार हैं, लेकिन अपने प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए कानूनी रास्ता अपनाएंगी।
इस कदम से यह साफ है कि शिल्पा शेट्टी अपनी छवि और करियर को किसी भी तरह के झूठे आरोपों से सुरक्षित रखना चाहती हैं और इसके लिए वे सभी कानूनी उपाय अपनाने से पीछे नहीं हटेंगी।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे