दुबई में खेले गए एशिया कप के भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया। पाकिस्तान के बल्लेबाज साहिबजादा फ़रहान ने अपनी अर्धशतकीय पारी पूरी करने के बाद बल्ले से AK-47 की तरह इशारा किया। यह इशारा कई दर्शकों और राजनीतिक दलों को बेहद आपत्तिजनक लगा, खासकर तब जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल पहले से ही मौजूद है। यह घटना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई और राजनीतिक हलकों में भी हलचल मच गई।
विवाद यहीं नहीं रुका। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हरिस रऊफ़ ने भी दूसरे पारी के दौरान दर्शकों की हूटिंग के बीच "0-6" का इशारा किया और फिर फाइटर जेट की तरह हरकत की। इसे कई लोगों ने हाल के सैन्य अभियानों, खासकर "ऑपरेशन सिंदूर," से जोड़कर देखा। इन इशारों ने खेल की भावना पर सवाल खड़े कर दिए।
इस पूरे मामले पर भारत में राजनीतिक प्रतिक्रियाएं तेज हो गईं। शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने फ़रहान के इशारे को बेहद असंवेदनशील करार दिया और कहा कि यह देश में हुए शहीदों और हालिया पहलगाम हमले जैसी घटनाओं का अपमान है। कई विपक्षी दलों ने भी सवाल उठाया कि क्या भारत को ऐसे हालात में पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना चाहिए। उनका कहना है कि खेल को राजनीति से अलग रखना चाहिए, लेकिन पाकिस्तान खिलाड़ियों के ये इशारे उकसाने वाले और अपमानजनक हैं।
हालांकि भारत ने यह मैच छह विकेट से जीत लिया, लेकिन यह विवाद खेल के नतीजे पर भारी पड़ गया। अब इस घटना के बाद यह बहस तेज हो गई है कि खिलाड़ियों के व्यवहार पर कड़े नियम बनाए जाएं और क्या भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच जारी रहने चाहिए या नहीं
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे