भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को सिर क्रीक क्षेत्र में किसी भी सैन्य हरकत से बचने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान ने किसी भी तरह की नापाक योजना बनाई तो उसका जवाब ऐसा होगा जो इतिहास और भौगोलिक सीमाओं को बदलने की क्षमता रखता है।
सिर क्रीक, रण ऑफ कच्छ का 96 किलोमीटर लंबा दलदली इलाका, लंबे समय से भारत-पाकिस्तान सीमा विवाद का केंद्र रहा है। राजनाथ सिंह ने ‘शस्त्र पूजन’ के अवसर पर एक सार्वजनिक सभा में कहा कि पाकिस्तान इस क्षेत्र में विवाद को फिर से उभारने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने पाकिस्तान की हालिया सैन्य संरचना विस्तार की ओर इशारा किया और कहा कि पाकिस्तान की मंशा अस्पष्ट है, जबकि भारत लगातार बातचीत और कूटनीतिक प्रयासों के माध्यम से समाधान चाहता रहा है।
रक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा कि भारतीय सेना और सीमा सुरक्षा बल (BSF) देश की सीमाओं की सुरक्षा में पूरी तरह तैयार हैं और किसी भी उकसावे का निर्णायक जवाब देने में सक्षम हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि सिर क्रीक के रास्ते से कराची तक जाने वाला मार्ग रणनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे