पूर्व अमेरिकी राजदूत राहम एमानुएल ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत नीति की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने इसे “एक बड़ा, बड़ा रणनीतिक भूल” करार दिया और कहा कि ट्रंप प्रशासन की नीतियों ने दशकों से बनाए गए भारत के साथ मजबूत संबंधों को कमजोर कर दिया। भारत को एशिया में चीन के बढ़ते प्रभाव के खिलाफ एक महत्वपूर्ण साझेदार माना जाता है, और ट्रंप की कार्रवाइयों ने इस संतुलन को बिगाड़ा।
एमानुएल ने विशेष रूप से ट्रंप प्रशासन की पाकिस्तान के साथ निकटता की ओर इशारा किया। उन्होंने पाकिस्तान क्रिप्टो काउंसिल के साथ एक विवादित समझौते का जिक्र किया, जिसमें ट्रंप के बेटे से जुड़ी एक कंपनी शामिल थी। उनका कहना था कि इस तरह के कदमों से भारत नाराज हुआ और अमेरिका-भारत के सहयोग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
पूर्व राजदूत ने यह भी कहा कि एशियाई नेता अक्सर ट्रंप से मुलाकात में सतर्क रहते थे, ताकि किसी विवाद से बचा जा सके और अनुकूल परिणाम प्राप्त किया जा सके। उन्होंने इसे रणनीतिक और निरंतर संवाद की कमी के रूप में देखा, जिससे अमेरिका ने अपने महत्वपूर्ण क्षेत्रीय साझेदार भारत के साथ संबंधों में स्थिरता बनाए रखने में चूक की।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे