पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के पाक्तिका प्रांत में तालिबान के अड्डों पर हवाई हमले किए, जिसमें कम से कम 15 लोगों की मौत होने की खबर है, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। इन हमलों का लक्ष्य तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) का प्रशिक्षण केंद्र था, जिसका उपयोग पाकिस्तानी सीमा पर हमले करने के लिए किया जा रहा है। अफगान रक्षा मंत्रालय ने इन हमलों की निंदा करते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया और अफगानिस्तान की संप्रभुता की रक्षा का अधिकार जताया।
हमलों का समय अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी के भारत दौरे के दौरान आया, जो 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद भारत और काबुल के बीच उच्चस्तरीय कूटनीतिक वार्ता का पहला दौर था। मुत्ताकी ने भारत को आश्वस्त किया कि अफगानिस्तान किसी भी देश के खिलाफ अपनी भूमि का उपयोग किसी भी समूह को करने की अनुमति नहीं देगा। उनके इस बयान के बाद पाकिस्तान असहज महसूस कर रहा है, जो लंबे समय से अफगानिस्तान पर आरोप लगाता रहा है कि उसकी सीमा के पार से पाकिस्तान में हमला करने वाले आतंकवादी समूहों को आश्रय दिया जा रहा है।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे