पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों ने इस्लामाबाद और रावलपिंडी में मोबाइल इंटरनेट और टेलीकॉम सेवाओं को निलंबित कर दिया है। यह कदम तेहरेक‑ए‑लब्बैक पाकिस्तान (TLP) द्वारा शुक्रवार को आयोजित होने वाले विरोध मार्च के मद्देनजर उठाया गया है। मार्च का उद्देश्य अमेरिका के दूतावास के सामने प्रदर्शन करना है और यह फिलिस्तीन के समर्थन में होगा।
आंतरिक मंत्रालय और पाकिस्तान टेलीकॉम अथॉरिटी (PTA) ने इस कदम को लागू किया। गृह मंत्री मोहसिन नक़वी ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसके साथ ही, पंजाब सरकार ने धारा 144 लागू की है, जिसके तहत दस दिनों तक सार्वजनिक स्थल पर चार या अधिक लोगों के जमा होने पर पाबंदी रहेगी। हालांकि, प्रार्थना, शादी, अंतिम संस्कार, कार्यालय और न्यायालय जैसे कुछ मामलों को इससे छूट दी गई है।
रावलपिंडी में धारा 144 पहले से लागू है और यह 11 अक्टूबर तक रहेगी। इस्लामाबाद में सभी प्रमुख प्रवेश बिंदुओं को सील कर दिया गया है, और रेड ज़ोन, जिसमें महत्वपूर्ण सरकारी भवन हैं, केवल अधिकृत व्यक्तियों के लिए खोला गया है।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे