बॉलीवुड अभिनेता नाना पाटेकर ने पाकिस्तान की हालिया गोलाबारी से प्रभावित परिवारों की मदद के लिए आगे आकर एक बड़ा कदम उठाया है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद नाना पाटेकर ने अपनी संस्था निर्मला गजानन फाउंडेशन के माध्यम से जम्मू-कश्मीर के राजौरी और पुंछ जिलों के 117 परिवारों को कुल 42 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की।
नाना पाटेकर ने यह मदद 22 सितंबर को राजौरी गारिसन पहुंचकर खुद सौंपी। उन्होंने कहा कि मुश्किल समय में पीड़ित लोगों के साथ खड़ा होना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। नाना ने कहा, "ये हमारे ही भाई-बहन हैं, इनकी मदद करना हम सबका फर्ज है।" उन्होंने अभिनेता जॉनी लीवर की भी तारीफ की और कहा कि वह बिना प्रचार के कई नेक काम करते हैं।नाना ने यह भी कहा कि सरकार अपने स्तर पर मदद कर रही है, लेकिन केवल सरकार पर निर्भर रहना सही नहीं है। समाज के लोग और संगठन भी आगे आकर राहत कार्यों में योगदान दें।
यह फाउंडेशन नाना पाटेकर के माता-पिता के नाम पर बनाया गया है और शिक्षा व स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में काम करता है। यह राहत सामग्री खासतौर पर उन परिवारों तक पहुंचाई गई है जिनके घर और जीवन सीमा पार गोलाबारी से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे