असम के जोरहाट जिले में स्थित काज़ीरंगा विश्वविद्यालय में एक नागा छात्र द्वारा दिवंगत असमिया गायक ज़ुबिन गार्ग़ के बारे में की गई अपमानजनक टिप्पणी ने विवाद खड़ा कर दिया। इस घटना के बाद नागालैंड के उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री, टेमजेन इमना अलोंग ने तुरंत इस व्यवहार की निंदा की और माफी मांगी। छात्र ने एक बहस के दौरान गालियों का इस्तेमाल करते हुए गायक के प्रति असम्मान दिखाया, जो सभी के लिए चिंता का विषय बन गया।
मंत्री अलोंग ने कहा कि चाहे कोई भी भावनात्मक प्रतिक्रिया हो, ऐसे बयानों का किसी भी रूप में समर्थन नहीं किया जा सकता। उन्होंने जोर देकर कहा कि ज़ुबिन गार्ग़ केवल असम के ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तर-पूर्व और भारत के लिए गौरव का विषय थे। मंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि काज़ीरंगा विश्वविद्यालय के सभी नागा छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई है और इस तरह की घटनाएं अब नहीं हुई हैं।
मंत्री ने छात्रों से अपील की कि संवेदनशील समय में सोशल मीडिया पर आवेश में प्रतिक्रिया देने से बचें और एक-दूसरे के प्रति सम्मान बनाए रखें। उन्होंने असम के मंत्रियों और पुलिस अधिकारियों के तेज़ और प्रभावी हस्तक्षेप के लिए आभार भी व्यक्त किया, जिन्होंने स्थिति को नियंत्रण में रखा और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की।
इस घटना ने सांस्कृतिक संवेदनशीलता और एक-दूसरे के प्रति सम्मान बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया। विशेषकर शैक्षणिक संस्थानों में जहां विभिन्न पृष्ठभूमि के छात्र मिलते हैं, वहां आपसी समझ और सहिष्णुता को बढ़ावा देना जरूरी है। यह घटना छात्रों के बीच विविधता के प्रति सम्मान और जिम्मेदार व्यवहार की सीख भी देती है।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे