फरवरी 2025 में, ट्रंप की कट्टर समर्थक और दक्षिणपंथी कार्यकर्ता लॉरा लूमर ने सोशल मीडिया पर एक विवादास्पद बयान देकर सुर्खियां बटोरीं। लूमर ने अमेरिका में कतर के लिए सैन्य बेस की अनुमति देने को “अमेरिका फर्स्ट” सिद्धांत के खिलाफ बताया और कहा, “मैं 2026 में वोट नहीं दूंगी।” इस बयान ने उनके रिपब्लिकन पार्टी से संभावित अलगाव की अटकलों को हवा दी।
लूमर पहले फ्लोरिडा के 21वें कांग्रेस क्षेत्र के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार रह चुकी हैं, लेकिन उन्होंने स्पष्ट रूप से पार्टी छोड़ने का ऐलान नहीं किया है। हालांकि, उनके हालिया बयान और आलोचनाओं के कारण कई लोगों ने उनकी पार्टी के प्रति निष्ठा पर सवाल उठाए हैं। मशहूर कंजरवेटिव राजनेता रोजर स्टोन ने भी उनकी पार्टी छोड़ने की खबरें शेयर कीं, जिस पर लूमर ने रिपब्लिकन पार्टी की आलोचना की कि पार्टी अपने सदस्यों का पर्याप्त समर्थन नहीं करती।
यह विवाद तब और बढ़ गया जब अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ और कतर के उप प्रधानमंत्री ने आइडाहो के माउंटेन होम एयर फोर्स बेस पर कतर की एमीरी एयर फोर्स सुविधा स्थापित करने की घोषणा की। लूमर ने इसे न केवल खारिज किया, बल्कि इसे उस तरह की कार्रवाई बताया जो किसी राष्ट्रपति इलहान उमर से अपेक्षित होती।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे