लद्दाख के लेह में हाल ही में हुए प्रदर्शनों को लेकर नए विवाद ने तूल पकड़ लिया है। लेह के युवाओं ने पुलिस और प्रशासन के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा योजनाबद्ध नहीं, बल्कि स्वतःस्फूर्त थी। उनका कहना है कि वे केवल अपने अधिकारों और न्याय की मांग के लिए आवाज उठा रहे थे।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि प्रशासन प्रदर्शन को बदनाम करने के लिए बाहरी तत्वों और विदेशी हाथों की साजिश का आरोप लगा रहा है। पुलिस ने प्रसिद्ध पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक पर हिंसा भड़काने और विदेशी फंडिंग के जरिए अशांति फैलाने का आरोप लगाया था। हालांकि, लद्दाख एपेक्स बॉडी (LAB) और स्थानीय नेताओं ने इन दावों को पूरी तरह से खारिज कर दिया। उनका कहना है कि जनता का गुस्सा लंबे समय से अनसुनी मांगों और नाराजगी के कारण फूटा।
युवाओं का कहना है कि प्रदर्शन तब और उग्र हुआ जब अनशन पर बैठे कार्यकर्ताओं की तबीयत बिगड़ने लगी। इससे स्थानीय लोगों की भावनाएं भड़क गईं और स्थिति अचानक बेकाबू हो गई। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार की हिंसा उनकी योजना का हिस्सा नहीं थी, बल्कि यह केवल जनता की भावनाओं का स्वतःस्फूर्त परिणाम था।
इस विवाद ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में स्थानीय स्वायत्तता, शासन व्यवस्था, और जनता की आवाज को लेकर गहरी खाई को उजागर कर दिया है। एक तरफ प्रशासन हिंसा को बाहरी ताकतों से जोड़ने का प्रयास कर रहा है, वहीं स्थानीय लोग इसे अपनी वास्तविक समस्याओं और असंतोष का परिणाम मान रहे हैं।
लेह के युवा और सामाजिक संगठन इस बात पर अड़े हैं कि उनका उद्देश्य सिर्फ सुना जाना और अपने अधिकारों की रक्षा करना है, न कि किसी राजनीतिक या विदेशी एजेंडे को आगे बढ़ाना
यह कदम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रयासों के अनुरूप है
रूस अब भी राजनीतिक समाधान की दिशा में प्रतिबद्ध है,
भारत की तरफ से किसी भी तरह की आक्रामकता की संभावना को नकारा नहीं जा सकता
पूर्व राजदूत ने यह भी कहा कि एशियाई नेता अक्सर ट्रंप से मुलाकात में सतर्क रहते थे
कंपनी की यह रणनीति एआई को अपनाकर कार्यकुशलता बढ़ाने और लागत कम करने पर केंद्रित है
प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया था कि भारत जल्द ही रूस से तेल खरीदना बंद
इस वर्ष 219 तस्करों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 16 पाकिस्तानी नागरिक भी शामिल हैं
इस कदम के बाद तेले अवीव में खुशी की लहर
दोनों देशों की सीमाओं पर गोलाबारी
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इस पुरस्कार को लेकर विवाद भी पैदा हुआ है
जिसमें कम से कम 15 लोगों की मौत होने की खबर है
2024 के राष्ट्रपति चुनाव में भाग लेने से प्रतिबंधित किया गया था
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे