कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने घोषणा की है कि राज्य के सभी सरकारी स्कूल 8 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक बंद रहेंगे। यह फैसला सामाजिक-आर्थिक और शैक्षणिक सर्वेक्षण को पूरा करने के लिए किया गया है, जिसमें शिक्षकों को सक्रिय रूप से भाग लेना है। सर्वेक्षण की अवधि पहले 7 अक्टूबर तक निर्धारित थी, लेकिन कई जिलों में डाटा संकलन अधूरा रहने के कारण इसे 12 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है।
सर्वेक्षण के आंकड़ों के अनुसार, कोप्पल जिले में 97% कार्य पूरा हो चुका है, जबकि दक्षिण कन्नड़ और उदुपी जिलों में केवल 63% कार्य पूर्ण हुआ है। इस सर्वेक्षण में लगभग 1.2 लाख शिक्षक और 60,000 अन्य अधिकारी शामिल हैं। इस कारण स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है, सिवाय उन शिक्षकों के जो II PUC परीक्षा के कार्य में लगे हैं। बेंगलुरु अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सर्वेक्षण दिवाली से पहले पूरा किया जाए।
हालांकि, इस निर्णय की आलोचना भी हुई है। यदुवीर वाडियार ने सर्वेक्षण को "अधूरा और अधूरी तैयारी वाला" बताया और स्कूल अवकाश पर सवाल उठाए। उनका कहना है कि इस अवकाश से सरकारी स्कूल के छात्रों को निजी स्कूल के छात्रों की तुलना में नुकसान होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि यह सर्वेक्षण गर्मी की छुट्टियों के दौरान कराया जा सकता था ताकि शिक्षा पर कोई असर न पड़े।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे