जयपुर के सवाई मानसिंह (SMS) अस्पताल में रविवार देर शाम लगी भयावह आग में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई। इस घटना के बाद मृतकों के परिजनों और चश्मदीदों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अस्पताल में आग से निपटने के लिए कोई उचित सुरक्षा उपकरण या फायर सेफ्टी सिस्टम मौजूद नहीं था।
घटना के प्रत्यक्षदर्शी पूरन सिंह ने बताया कि आईसीयू वार्ड में एक ऑक्सीजन सिलेंडर के पास चिंगारी उठने से अचानक आग भड़क गई और धुआं तेजी से पूरे वार्ड में फैल गया। उन्होंने कहा कि कई लोग अपने मरीजों को बचाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन अस्पताल स्टाफ ने कोई सहायता नहीं की। एक अन्य उपस्थित व्यक्ति नरेंद्र सिंह ने बताया कि जब वह भोजन के लिए नीचे गए थे, तभी उन्हें आग की जानकारी मिली। उनके अनुसार, “वहां कोई अग्निशमन उपकरण नहीं था, जिससे स्थिति और भी भयावह हो गई।”
अस्पताल के बाहर परिजनों ने प्रदर्शन करते हुए अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि आग लगने से पहले कई बार शॉर्ट सर्किट की शिकायत की गई थी, लेकिन प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे