टाइम्स हायर एजुकेशन (THE) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में पहली बार पिछले 14 वर्षों में एशिया की प्रमुख विश्वविद्यालयों का प्रदर्शन ठहराव पर आ गया है। इस साल कोई भी भारतीय विश्वविद्यालय शीर्ष 100 में शामिल नहीं हो सका, जो वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भारत के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती है। इसके बावजूद, भारत कुल सूचीबद्ध विश्वविद्यालयों की संख्या के मामले में दुनिया में दूसरे स्थान पर है, केवल अमेरिका के पीछे।
यूनिवर्सिटी ऑफ़ ऑक्सफ़ोर्ड ने लगातार 10वीं बार शीर्ष स्थान बनाए रखा, जिससे यह वैश्विक स्तर पर अपनी मजबूती दिखाता है। एशिया के प्रमुख विश्वविद्यालयों जैसे त्सिंगहुआ यूनिवर्सिटी (12वां), पेकिंग यूनिवर्सिटी (13वां) और नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ सिंगापुर (17वां) ने इस वर्ष कोई सुधार नहीं दिखाया। इसके अलावा, चीन के विश्वविद्यालयों की संख्या शीर्ष 200 में 13 ही बनी रही, जो पिछले दशक में लगातार वृद्धि की प्रवृत्ति के विपरीत है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह ठहराव वैश्विक प्रतिस्पर्धा के बढ़ते दबाव को दर्शाता है और एशियाई विश्वविद्यालयों के लिए शोध, शिक्षा और अंतरराष्ट्रीय सहयोग में नवाचार की आवश्यकता को रेखांकित करता है। वहीं, अमेरिका की स्थिति में हल्की गिरावट आई है, लेकिन वह कुल सूचीबद्ध संस्थानों में अभी भी अग्रणी बना हुआ है।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे