उत्तर प्रदेश के बरेली और आसपास के जिलों में बढ़ती सांप्रदायिक तनाव की आशंका के चलते सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। 2 अक्टूबर की दोपहर 3 बजे से 4 अक्टूबर की दोपहर 3 बजे तक बरेली जिले में मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड और एसएमएस सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि यह कदम सोशल मीडिया और मैसेजिंग प्लेटफॉर्म्स के गलत इस्तेमाल को रोकने और अफवाहों फैलाने से बचाने के लिए उठाया गया है।
चार जिलों — बरेली, शाहजहाँपुर, पीलीभीत और बुदौन — में पुलिस, प्रांतीय सशस्त्र पुलिस (PAC) और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) को तैनात किया गया है। संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन का इस्तेमाल हवाई निगरानी के लिए किया जा रहा है।
यह हाई अलर्ट 26 सितंबर को कोतवाली इलाके में हुई हिंसा के बाद लगाया गया है, जब “I Love Muhammad” पोस्टर को लेकर विरोध प्रदर्शन पत्थरबाजी और झड़प में बदल गया। उस घटना में अब तक 80 से अधिक लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
जिला और मंडल प्रशासन ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है और चेतावनी दी है कि कानून व्यवस्था में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। खुफिया एजेंसियों को भी सतर्क किया गया है और वे क्षेत्रीय टीमों के साथ मिलकर निगरानी कर रही हैं।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे