लीह (लद्दाख) में हाल ही में हुए हिंसक प्रदर्शन के पीछे कांग्रेस काउंसलर फुंटसोग स्टांज़िन त्सेपांग को मुख्य उकसाने वाला बताया गया है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि त्सेपांग ने हथियार उठाकर प्रदर्शन का नेतृत्व किया और भाजपा कार्यालयों को निशाना बनाया। बीजेपी प्रवक्ता संभित पात्रा ने इसे कांग्रेस द्वारा रचित योजना करार देते हुए कहा कि यह आंदोलन केवल "Gen Z" युवाओं का नहीं बल्कि कांग्रेस द्वारा प्रेरित था।
गृह मंत्रालय (MHA) ने भी इन आरोपों को दोहराया और कहा कि त्सेपांग की गतिविधियाँ कांग्रेस की "साजिश" का हिस्सा थीं, जो नेपाल, बांग्लादेश और फिलीपींस में हुए आंदोलन जैसी अशांति पैदा करना चाहती थी। मंत्रालय ने पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक पर भी आरोप लगाया कि उन्होंने अरब स्प्रिंग और नेपाल के "Gen Z" आंदोलन की तुलना कर जनता को गुमराह किया और हिंसा को भड़काया।
सोनम वांगचुक ने इन आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास लद्दाख में इतना प्रभाव नहीं है कि इतनी बड़ी संख्या में प्रदर्शन करवाए जा सकें। वांगचुक ने जोर देकर कहा कि इस हिंसा के पीछे मुख्य कारण युवाओं की बेरोजगारी और अवसरों की कमी है, न कि किसी राजनीतिक उकसावे का नतीजा। उन्होंने हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि यह शांतिपूर्ण प्रदर्शन की भावना को धूमिल कर देता है।
लीह में स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है। प्रशासन ने कर्फ्यू लगाया है और 50 से अधिक व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है। इस हिंसा में चार लोगों की मौत और कई घायल हुए हैं, जो क्षेत्र में व्याप्त गहरी समस्याओं को उजागर करता है।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे