अमेरिका के फ्लोरिडा राज्य के पाम बे शहर के पार्षद चैंडलर लैंगविन भारतीय नागरिकों के खिलाफ भड़काऊ और आपत्तिजनक बयान देने के कारण विवादों में घिर गए हैं। पाम बे सिटी काउंसिल ने उनके खिलाफ 3-2 के बहुमत से प्रस्ताव पारित कर उन्हें औपचारिक रूप से निंदा (Censure) की सजा दी है। इस निर्णय के तहत लैंगविन को परिषद की समितियों से हटा दिया गया है और उन्हें परिषद की बैठकों में बोलने के अधिकार से भी वंचित कर दिया गया है।
लैंगविन ने सोशल मीडिया पर कई पोस्ट में भारतीयों को निशाना बनाते हुए कहा था, “अमेरिका में कोई भी भारतीय देश की परवाह नहीं करता। वे यहां हमारी जेब खाली करने और अमीर बनकर भारत लौटने या यहीं बसने आए हैं।” उन्होंने यहां तक कहा था कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपने जन्मदिन पर सभी भारतीयों के वीज़ा रद्द कर उन्हें देश से बाहर निकाल देना चाहिए।
उनके इन बयानों की अमेरिकी-भारतीय समुदाय और नागरिक अधिकार संगठनों ने तीव्र निंदा की। कई भारतीय-अमेरिकियों ने परिषद की बैठकों में भाग लेकर लैंगविन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पाम बे के मेयर ने कहा, “अमेरिका प्रवासियों का देश है; हम सब इस झंडे की एक ही बुनावट का हिस्सा हैं।”
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे