पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में भारी बारिश और लगातार भूस्खलन ने तबाही मचा दी है। रविवार को हुई भीषण वर्षा के कारण कई जगहों पर जमीन खिसकने से कम से कम सात लोगों की मौत हो गई। वहीं, बालासन नदी पर बना लोहे का धुधिया पुल (Iron Dudhia Bridge) भी बहाव में टूट गया, जिससे सिलिगुड़ी और मिरिक के बीच का संपर्क टूट गया।
मौसम विभाग (IMD) ने दार्जिलिंग, कालिम्पोंग, कूचबिहार, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। लगातार हो रही वर्षा से पहाड़ी इलाकों में कई जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। खासकर सौरेनी के पास दारा गांव में एक घर पर भूस्खलन की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई, जब वे रात में सो रहे थे।
स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन दल राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। भारी बारिश के कारण कई सड़कों पर यातायात ठप हो गया है और बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है।
दार्जिलिंग के सांसद राजू बिस्ता ने इस आपदा पर गहरा दुख जताया और कहा कि “यह प्राकृतिक त्रासदी अभूतपूर्व है। कई घर तबाह हो गए हैं और पुलों व सड़कों को भारी नुकसान पहुंचा है।”
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे