केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को हरियाणा के कुरुक्षेत्र में कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने राज्य में वर्षों से चली आ रही “खर्ची-पर्ची” व्यवस्था को पूरी तरह समाप्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि पहले नौकरियां और सरकारी लाभ पाने के लिए लोगों को सिफारिश, रिश्वत या दबाव का सहारा लेना पड़ता था, लेकिन अब भाजपा सरकार में केवल योग्यता और पारदर्शिता के आधार पर चयन होता है।
शाह ने कहा कि “खर्ची” का अर्थ है खर्च यानी रिश्वत और “पर्ची” का मतलब है सिफारिश या नोट, जो पिछली सरकारों में नौकरी या अवसर प्राप्त करने का माध्यम बन गया था। भाजपा शासन ने इस व्यवस्था को खत्म कर युवाओं के लिए समान अवसर सुनिश्चित किए हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि पहली बार हरियाणा में विकास समान रूप से सभी जिलों में हुआ है। पहले जहां कुछ क्षेत्रों तक ही विकास सीमित था, वहीं अब राज्य के हर कोने में सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी योजनाएं लागू की जा रही हैं।
अमित शाह ने इस अवसर पर लगभग ₹825 करोड़ की लागत वाली 19 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, जिनमें नर्सिंग कॉलेज, सड़कें, पुलिस क्वार्टर, जेल और लोक निर्माण से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे