अमेरिका की कई बड़ी फार्मास्यूटिकल कंपनियों ने अपने दवाओं की कीमतों में बड़ी कटौती की घोषणा की है और सीधे उपभोक्ताओं को दवाएं बेचने की योजना शुरू की है। यह कदम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रयासों के अनुरूप है, जिनका उद्देश्य दवा की लागत कम करना और दवा वितरण में शामिल बीचवालों जैसे कि फार्मेसियों, बीमा कंपनियों और फार्मेसी बेनिफिट मैनेजरों को हटाना है।
ट्रंप प्रशासन 2026 की शुरुआत में एक सरकारी वेबसाइट, लॉन्च करने की योजना बना रहा है, जो सस्ती कीमतों पर प्रिस्क्रिप्शन दवाएं उपलब्ध कराएगी। वर्तमान में, अमेरिका में मरीज अन्य विकसित देशों की तुलना में प्रिस्क्रिप्शन दवाओं के लिए बहुत अधिक भुगतान करते हैं। जुलाई में राष्ट्रपति ट्रंप ने 17 बड़ी फार्मा कंपनियों से अमेरिकी दवाओं की कीमतें घटाने का आग्रह किया था।
रूस अब भी राजनीतिक समाधान की दिशा में प्रतिबद्ध है,
भारत की तरफ से किसी भी तरह की आक्रामकता की संभावना को नकारा नहीं जा सकता
पूर्व राजदूत ने यह भी कहा कि एशियाई नेता अक्सर ट्रंप से मुलाकात में सतर्क रहते थे
कंपनी की यह रणनीति एआई को अपनाकर कार्यकुशलता बढ़ाने और लागत कम करने पर केंद्रित है
प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया था कि भारत जल्द ही रूस से तेल खरीदना बंद
इस वर्ष 219 तस्करों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 16 पाकिस्तानी नागरिक भी शामिल हैं
इस कदम के बाद तेले अवीव में खुशी की लहर
दोनों देशों की सीमाओं पर गोलाबारी
यह सम्मान “वैश्विक गरीबी उन्मूलन के लिए प्रयोगात्मक दृष्टिकोण” अपनाने के लिए दिया गया था
इन परिणामों पर अन्य कारक जैसे बुखार
रोजर स्टोन ने भी उनकी पार्टी छोड़ने की खबरें शेयर
इस पुरस्कार को लेकर विवाद भी पैदा हुआ है
जिसमें कम से कम 15 लोगों की मौत होने की खबर है
2024 के राष्ट्रपति चुनाव में भाग लेने से प्रतिबंधित किया गया था
अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे