बरेली (उत्तर प्रदेश) में शुक्रवार की नमाज़ से पहले प्रशासन ने शहर को हाई अलर्ट पर रखा है और सुरक्षा व्यवस्था को बेहद कड़ा कर दिया गया है। यह कदम उस समय उठाया गया जब पिछले सप्ताह ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर विवाद को लेकर हिंसक झड़पें हुई थीं। इस विवाद ने शहर में तनावपूर्ण माहौल पैदा कर दिया है।
स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए बरेली सहित आसपास के चार जिलों—शाहजहांपुर, पीलीभीत और बदायूं में इंटरनेट, मोबाइल डेटा, एसएमएस और ब्रॉडबैंड सेवाएं शनिवार दोपहर 3 बजे तक निलंबित कर दी गई हैं। प्रशासन का मानना है कि इस कदम से अफवाहों और भड़काऊ संदेशों के प्रसार पर रोक लगेगी।
पिछले सप्ताह एक मौलाना द्वारा दिए गए प्रदर्शन के आह्वान के बाद मस्जिद के बाहर 2,000 से अधिक लोग इकट्ठा हो गए थे। हालांकि प्रशासन ने इस प्रदर्शन को रद्द कर दिया था, लेकिन भीड़ ने पथराव और हिंसक झड़पों को अंजाम दिया। इसमें पुलिस के साथ टकराव हुआ और 81 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
आज की नमाज़ को देखते हुए पुलिस बल, पीएसी और आरएएफ की अतिरिक्त कंपनियां संवेदनशील इलाकों में तैनात की गई हैं। ड्रोन से निगरानी की जा रही है और जिला प्रशासन को साफ निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी तरह की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस कदम से भारतीय निर्यातों पर भारी दबाव पड़ा है।
उन्होंने यह भी साझा किया कि पंजाबी भाषा सीखने का उनका अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा...
जाँच से पता चला है कि घटना मंगलवार रात हुई थी।
सौभाग्य से इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे