प्रौद्योगिकी कंपनी के वरिष्ठ कार्यकारी ने छठी मंजिल से कूदकर दी जान
कोलकाता: टेक्नोलॉजी क्षेत्र की एक बड़ी कंपनी के वरिष्ठ कार्यकारी द्वैपायन भट्टाचार्य ने कोलकाता के न्यू टाउन क्षेत्र स्थित एक कार्यालय भवन की छठी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। यह दर्दनाक घटना कल दोपहर की है, जब 50 वर्षीय भट्टाचार्य की मृत अवस्था कार्यालय भवन के पार्किंग क्षेत्र में पाई गई।
रिपोर्ट्स के अनुसार, द्वैपायन भट्टाचार्य पिछले कुछ समय से अवसाद से जूझ रहे थे। वे अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते थे। पुलिस ने शुरुआती जांच में इसे आत्महत्या का मामला माना है, लेकिन सभी संभावित कोणों से जांच की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, भट्टाचार्य रोज की तरह कल भी अपने कार्यालय पहुंचे थे और नियमित रूप से अपनी डेस्क पर काम कर रहे थे। उन्होंने समय पर लॉगिन किया और अपने सहकर्मियों के साथ लंच भी किया। लेकिन इसके कुछ समय बाद ही कार्यालय भवन के नीचे पार्किंग क्षेत्र में एक जोरदार आवाज सुनाई दी, जिससे वहां मौजूद सुरक्षा गार्ड तुरंत सतर्क हो गए। जब वे घटनास्थल पर पहुंचे, तो उन्होंने भट्टाचार्य को गंभीर अवस्था में पाया। उन्हें तुरंत पास के एक अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस दुखद घटना ने उनके परिवार, सहकर्मियों और परिचितों को गहरे सदमे में डाल दिया है। कंपनी के अधिकारियों और उनके सहयोगियों ने इसे एक अपूर्णीय क्षति बताया है। पुलिस का कहना है कि वे मामले की विस्तृत जांच कर रहे हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि भट्टाचार्य की मानसिक स्थिति पर किसी बाहरी दबाव या तनाव का प्रभाव था या नहीं। उनके परिवार और कार्यालय में काम करने वाले साथियों से भी पूछताछ की जा रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को गंभीरता से लेना आवश्यक है। अवसाद और मानसिक तनाव के कारण कई लोग आत्महत्या जैसे कठोर कदम उठा लेते हैं। ऐसे में, समय रहते परामर्श और सही सहायता लेना बेहद जरूरी हो जाता है।
इस दुखद घटना ने फिर से यह प्रश्न उठाया है कि क्या कार्यस्थलों में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर पर्याप्त जागरूकता और समर्थन उपलब्ध है? तनाव और अवसाद के बढ़ते मामलों को देखते हुए कंपनियों और समाज को इस दिशा में और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है।