वाशिंगटन डीसी में प्रधानमंत्री मोदी और एलन मस्क की महत्वपूर्ण मुलाकात
वाशिंगटन- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाशिंगटन डीसी के ब्लेयर हाउस में टेस्ला के प्रमुख एलन मस्क से मुलाकात की। इस दौरान मस्क के तीन बच्चे - एक्स, स्ट्राइडर, और एज़्योर भी उपस्थित थे। मस्क ने प्रधानमंत्री मोदी को स्टारशिप के हेक्सागोनल हीटशील्ड टाइल का उपहार दिया।
प्रधानमंत्री मोदी की यह दो दिवसीय अमेरिका यात्रा बुधवार रात वाशिंगटन डीसी पहुंचने के साथ शुरू हुई। एलन मस्क, जो वर्तमान में डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन में सरकारी दक्षता विभाग (Department of Government Efficiency - DOGE) के प्रमुख हैं, ने ब्लेयर हाउस में प्रधानमंत्री का स्वागत किया।
मुलाकात के दौरान, दोनों नेताओं ने अंतरिक्ष, प्रौद्योगिकी, नवाचार, और 'सुशासन' जैसे विषयों पर चर्चा की। उन्होंने उभरती प्रौद्योगिकियों, उद्यमिता, और सुशासन में सहयोग को गहरा करने के अवसरों पर भी विचार-विमर्श किया। इसके अतिरिक्त, स्पेसएक्स की स्टारलिंक सेवा के भारत में प्रवेश की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई, जहां स्पेसएक्स को स्थानीय कंपनियों के साथ स्पेक्ट्रम आवंटन को लेकर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। भारतीय सरकार स्पेक्ट्रम के आवंटन का समर्थन करती है, जबकि स्पेसएक्स नीलामी की पक्षधर है।
प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा के दौरान, उनकी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ भी मुलाकात निर्धारित है, जिसमें व्यापार और शुल्क जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। एलन मस्क के साथ प्रधानमंत्री की इस बैठक ने कुछ डेमोक्रेट्स की आलोचना को भी जन्म दिया है, जो मानते हैं कि ट्रंप प्रशासन में मस्क की प्रभावशाली भूमिका हितों के टकराव को प्रस्तुत करती है।
एलन मस्क ने हाल ही में दुबई में आयोजित वर्ल्ड गवर्नमेंट्स समिट में सरकारी एजेंसियों को हटाने और सरकारी खर्चों में कटौती की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि "हमें खरपतवार की जड़ों को हटाने की जरूरत है" ताकि अक्षम एजेंसियों का पुनरुत्थान न हो सके। मस्क की ये योजनाएं राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा समर्थित हैं, जिसमें महत्वपूर्ण छंटनी, कुछ एजेंसियों को बंद करना, और सरकारी डेटाबेस तक पहुंच शामिल है। उन्होंने विशेष रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) को लक्षित करते हुए कई एजेंसियों की आवश्यकता पर सवाल उठाए।
मस्क की इन पहलों ने कुछ राज्यों के अटॉर्नी जनरल्स की आलोचना को भी आकर्षित किया है, जो मानते हैं कि मस्क की नियुक्ति अवैध थी क्योंकि इसे कांग्रेस की मंजूरी और उचित निगरानी के बिना किया गया था। वे मस्क को ट्रेजरी विभाग के भुगतान प्रणालियों तक पहुंच से रोकने के लिए अदालत में मुकदमा दायर कर रहे हैं, जिसमें संवेदनशील डेटा शामिल है।
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें प्रौद्योगिकी, व्यापार, और सुशासन जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है।